मुझे गोंडी के अलावा कोई दूसरी भाषा नहीं आती है, मेरे जैसी यहां ऐसी बहुत सारी लड़किया हैं...
ग्राम-पड़ेंगा, ब्लॉक-कोयलीबेड़ा, जिला-उत्तर बस्तर कांकेर (छत्तीसगढ़) से सीजीनेट जन पत्रकारिता जागरूकता यात्रा के मोहन यादव के साथ मानको आचला गोंडी में बता रही है कि वे पढ़ी लिखी नहीं है घर में काम करने के कारण पढाई नहीं की| उनके दो भाई और दो बहन है | उसको गोंडी भाषा के अलावा कोई दूसरी भाषा नहीं आती है | गाँव से बाहर नहीं गई इसलिए सीख नहीं पायी| ऐसी बहुत सी युवतियां है | जिनको गोंडी के अलावा दूसरी भाषा नहीं आती है|