खट्टी इमली मीठी ईख, चलती बकरी वन के बीच...बाल कविता
ग्राम-ताड़वायली, विकासखंड-कोयलीबेडा, जिला-उत्तर बस्तर कांकेर (छत्तीसगढ़) से स्थानीय स्कूल के बच्चे प्रेम कुमार, नवीन कुमार, सुजीत कुमार और दिनेश कुमार एक कविता सुना रहे हैं:
खट्टी इमली मीठी ईख, चलती बकरी वन के बीच-
चलो पपीता खाएं हम, तबला खूब बजाएं हम-
कोई नही पराया, मेरा घर सारा संसार है-
मै न बंधा हूँ देश काल की जंग लगी जंजीर में-
मै न खड़ा हूँ जात-पात की ऊँची-नीची भीड़ में-
मेरा द्रम न कुछ सही शब्दों का सिर्फ गुलाम है-
मै बस कहता हूँ कि घट-घट में राम है...