एक लड़का (झेलकार) और एक लड़की (मंझारो) की कहानी... (गोंडी भाषा में)
ग्राम-मरकाबेडा, जिला-नारायणपुर (छत्तीसगढ़) से रानो वड्डे गोंडी भाषा में एक कहानी सुना रही है: एक लड़का रहता है उसका नाम रहता है झेलकार, एक लड़की रहती है उसका नाम रहता है मंझारो : लड़की बोलती है लड़के से झेलकार चलो जामुन खाने को तो लड़का बोलता है कि मैं जामुन खाके आया हूँ| तो लड़की बोलती है चलो जो खाके आये हो वो दिखाना तो लड़का बोलता है वो मिटटी हो गया तो फिर चल मिटटी को दिखाना बोलती है| तो उसका हंडी बनाये है तो हंडी को दिखाना तो बैल फोड़ दिया तो फिर क्यों बैल फोड़ दिया तो बोल रहे है कि बच्चे को दूध नहीं दिया इसलिए फोड़ दिया तो क्यों बच्चे को दूध नहीं दिया घास नहीं उगा इसलिए तो क्यों घास नहीं उगा तो पानी नहीं गिरा तो क्यों नहीं गिरा तो मेंढक क्यों नहीं चिल्ला रहे है तो लड़के लोग मार रहे है इसलिए तो लड़के लोग क्यों मार रहे है तो एक बुढा व्यक्ति रहता है वो हर दिन लडको को दारु लाकर देते है इसलिए मारते है|