छिनगे अधिकार, मांगते वर्ष बिताये...जागरूकता गीत
ग्राम-देवरी, जिला-सूरजपुर (छत्तीसगढ़) से कैलाश सिंह पोया एक जागरूकता कविता सुना रहे हैं :
छिनगे अधिकार, मांगते वर्ष बिताये-
मांगने से मिला भीख, कोई अधिकार न पाए-
पंजा बन गंजा किया, आई कमल की फूल-
उनके ही चमचा बने, का चाट रहे तुम धूल-
मत चाटो अब धूल, बनालो अपनी टोली-
नही चलेगा देखी लेना ब्राम्हण की झोली-
एक बोट एक नोट दो, मान के तुम हाल...