तेंदू ज्यादा फलने पर बारिश कम, ज़्यादा पत्ते और कम फल होने पर बारिश अधिक होती है...
ग्राम-खोहिर, ब्लाक-ओडगी, जिला-सूरजपुर (छत्तीसगढ़) से मोहन यादव के साथ एक साथी मरावी जी है | उनके गाँव में टीवी और रेडियो नहीं है वे मौसम में होने वाले बदलाव को प्रकृति से कैसे जानते है उनके बारे में बता रहे है. वे बता रहे हैं कि इस साल बारिश कम होने वाली है या ज्यादा वो लोग कैसे अनुमान लगाते है. पशु पक्षी और पेड़ पौधो को देखकर भी गाँव के लोग अनुमान लगा लेते है जैसे तेंदू का फल जंगल में ज्यादा लगता है तो बारिश कम होने की आशंका होती है और अकाल पड़ने की आशंका होती है और ज्यादा बारिश होने की संभावना तब होती है जब पेड़ो में पत्तियां ज्यादा लगती है और फल कम लगते है| मोहन यादव@8224946705.