कड़की में काम करे, पैसे ला कहा टेके...दमकच गीत-
ग्राम-बोन्गा, विकासखण्ड-प्रतापपुर, जिला-सूरजपुर (छत्तीसगढ़) से रामविलास नेताम एक सरगुजिहा भाषा में दमकच लोकगीत सुना रहे हैं. गीत में वे यह बता रहे है कि किस प्रकार लोग मनरेगा में काम करते है और जब पैसा मिलता है तो किस प्रकार से साप्ताहिक बाजार में पैसा खर्च कर देते है :
कड़की में काम करे, पैसे ला कहा टेके-
मेरे सदा हवा में,उ ड़ाया गोई हवा में उड़ाया-
लाल पान में चोटी क चोटा, डिम पान में जोता-
गुड पान में बायर बाई, कुण पड़ा है कथा...